Month: <span>October 2018</span>

Month: October 2018

मुझको दुखी करने वाला

दूध को दुखी करो तो दही बनता है
दही को सताने से मक्खन बनता है
मक्खन को सताने से घी बनता है
और मुझको दुखी करने वाला
नर्क का भागी बनता है

😂😂😂

उन की आग़ोश में सर हो ये ज़रूरी तो नहीं

ला रहे हैं नींद के #आग़ोश में
अश्क़ मुझको थपकियां देते हुए…

नींद तो दर्द के बिस्तर पे भी आ सकती है
उन की #आग़ोश में सर हो ये ज़रूरी तो नहीं

जिंदगी नाव की मानिंद यूँ ही बस चलती रहे

जिंदगी नाव की मानिंद यूँ ही बस चलती रहे
मुहब्बत की आग प्यासे दिलों में जलती रहे
लहरें तो सदा #आग़ोश में लेने को मचलती है
कुछ दूर से ही नज़रों से ये नज़र मिलती रहे

राह में खतरे भी हैं लेकिन ठहरता कौन है

राह में खतरे भी हैं लेकिन ठहरता कौन है.
मौत कल आती है आज आ जाए डरता कौन है.

तेरे लश्कर के मुक़ाबिल में अकेला हूँ मगर
फैसला मैदान में होगा के मरता कौन है….

– राहत इंदौरी