kadwa sach

रंग बदलने वालों से डरे

होली आ रही है रंग से ना डरे . . रंग बदलने वालों से डरे #होली

2 years ago

जनवरी सपने दिखाता है

जनवरी सपने दिखाता है, . . और #दिसंबर औकात।

2 years ago

माँ बाप के कपड़े फट गये ,बेटी को पहनाने में

माँ बाप के कपड़े फट गये बेटी को पहनाने में,बेटी ने उतार दिए, फ़ॉलोअर्स बढ़ाने में..!

3 years ago

संस्कार इसलिए भी कम हो गए हैं बच्चों में

संस्कार इसलिए भी कम हो गए हैं बच्चों में… . .पहले बुजुर्गों से सीखते थे और अब गूगल से .

3 years ago

कड़वा सच

चापलूस और आलोचक मे केवल इतना अन्तर है कि चापलूस अच्छा बनकर बुरा करता है . . . और आलोचक…

4 years ago

खून बिना छना पी जाते हैं

कुछ लोग जो पानी छानकर पीते हैं, . . . खून बिना छना पी जाते हैं ~ हरिशंकर परसाई

4 years ago

ईमानदार बाप

लड़कों को, ईमानदार बाप . . निकम्मा लगता है! -हरिशंकर परसाई

4 years ago

पुरुष का रोना

पुरुष रोता नहीं है पर जब वो रोता है, रोम-रोम से रोता है। . . उसकी व्यथा पत्थर में दरार…

4 years ago

धर्म शोषण या भाग्यवाद

धर्म चालाक आदमी का शोषण का हथियार है और भोले आदमी के लिए भाग्यवाद की अफीम . धर्म पर कब्ज़ा…

4 years ago

मूर्खता से पैदा हुआ आत्मविश्वास

मूर्खता से पैदा हुआ आत्मविश्वास . . . सबसे बड़ा होता है! - हरिशंकर परसाई

4 years ago