माँ बाप के कपड़े फट गये बेटी को पहनाने में,बेटी ने उतार दिए, फ़ॉलोअर्स बढ़ाने में..!
संस्कार इसलिए भी कम हो गए हैं बच्चों में… . .पहले बुजुर्गों से सीखते थे और अब गूगल से .
चापलूस और आलोचक मे केवल इतना अन्तर है कि चापलूस अच्छा बनकर बुरा करता है . . . और आलोचक…
कुछ लोग जो पानी छानकर पीते हैं, . . . खून बिना छना पी जाते हैं ~ हरिशंकर परसाई
पुरुष रोता नहीं है पर जब वो रोता है, रोम-रोम से रोता है। . . उसकी व्यथा पत्थर में दरार…
धर्म चालाक आदमी का शोषण का हथियार है और भोले आदमी के लिए भाग्यवाद की अफीम . धर्म पर कब्ज़ा…
मूर्खता से पैदा हुआ आत्मविश्वास . . . सबसे बड़ा होता है! - हरिशंकर परसाई