खूबसूरती न सूरत में है… न लिबास में है… निगाहें जिसे चाहे… उसे हसीन कर दें…
महोब्बत लिबास नही जो हर रोज़ बदला जाए महोब्बत कफ़न है पहन कर उतारा नही जाता ..........!