गणेश करें शुभ, धन धान्य भरें लक्ष्मी मिट्टी के जलाए दीपक, जगमग करे हैं घर भी तमस का हो अंत,…
भरी दुपहरी में अँधियारा सूरज परछाई से हारा अंतरतम का नेह निचोड़ें- बुझी हुई बाती सुलगाएँ। आओ फिर से दिया…
एक तमन्ना की तुलसी पर इक रस्मों की रंगोली पर इक अपनेपन के आँगन में एक कायदों की डोली पर…
चलो आज फिर दीप जलाया जाए किसी रोते हुए को मनाया जाए पोंछ कर उनकी आंखों की उदासी को जख्मों…
✳पूजा से भरी थाली हो ✳ ✳ चारो ओर खुशहाली हो ✳ ✳ आपकी कोई इच्छा न खाली हो ✳…