कविता

अगले जन्म मैं

अगले जन्म मैं तुम्हें प्रेयसी नहीं भिक्षुणी बनकर मिलूँगी एकदम खाली हाथ मैंने मुट्ठी भर-भर तुम्हें जो सर्वस्व दिया है…

4 years ago

तुम कहते हो प्रेम भाषा नहीं जानता

आँखों की अभिव्यक्ति संसार की श्रेष्ठतम अभिव्यक्ति है.. आलिंगन संसार की सर्वोत्तम चिकित्सा पद्धति है... स्पर्श से बेहतर कोई अनुवाद…

4 years ago

भूख इन्सान को ग़द्दार बना देती है

तन की हवस मन को गुनहगार बना देती है बाग के बाग़ को बीमार बना देती है भूखे पेटों को…

5 years ago

बिस्तर के जूठन होने का

घर में पति की जूठन खाने वाली स्त्रियां, चीखती है मन ही मन में जब होता है अहसास उसे, बिस्तर…

5 years ago

प्यार जताने के बहुत मार्ग हैं

चूम लेते किसी खिलते हुए फूल को! या सहला देते किसी पेड़ की पीठ! कर देते थोड़ी सी गिदगिलियां बूढ़की…

5 years ago

एक दिया

एक दिया सीमा के रक्षक, अपने वीर जवानों का. एक दिया मानवता-रक्षक, चंद बचे इंसानों का. एक दिया विश्वास दे…

5 years ago

आओ फिर से दिया जलाएँ

भरी दुपहरी में अँधियारा सूरज परछाई से हारा अंतरतम का नेह निचोड़ें- बुझी हुई बाती सुलगाएँ। आओ फिर से दिया…

5 years ago

दिया जला देना मेरे मन

एक तमन्ना की तुलसी पर इक रस्मों की रंगोली पर इक अपनेपन के आँगन में एक कायदों की डोली पर…

5 years ago

उद्दंड लड़के प्रेम में पड़कर शांत हो जाते हैं

कक्षा के सबसे उद्दंड लड़कों को कक्षा की सबसे शांत लड़कियों से प्रेम होता है सबसे शांत लड़कियाँ प्रेम में…

5 years ago

मुझे जीवन में इतना करना है

मुझे जीवन में इतना करना है कि जब मैं मरूँ तो संसार में उत्सव हो मैं शोक का सारथी बनना…

5 years ago