संस्कार इसलिए भी कम हो गए हैं बच्चों में… . .पहले बुजुर्गों से सीखते थे और अब गूगल से .
मुस्कान को तभी रोको जब वो किसी को चोट पहुंचा रही होवरना …..खिल खिलाकर हसने दो
"मै एक मज़दूर हूँ। जिस दिन कुछ लिख न लूँ, उस दिन मुझे रोटी खाने का कोई हक नहीं।" #प्रेमचंद
फुटपाथ पर सोने वाले हैरान है आती जाती गाडियो को देख कर . . . कमबख्त जिनके पास घर है…
घुटन क्या चीज़ है, ये पूछिये उस बच्चे से . . . जो काम करता हैं "इक खिलोने की दुकान…
प्रेमिकाएँ पत्नियाँ होना चाहती रहीं... और पत्नियाँ प्रेमिकाएँ.... . . . कोई पुरुष किसी स्त्री को शायद पूरा मिला ही…
दिया जरुर जलाऊंगा चाहे मुझे ईश्वर मिले न मिले, . . . हो सकता है दीपक की रोशनी से किसी…
प्रभू को भी पसंद नहीं सख्ती बयान में… . . . इसी लिए हड्डी नहीं दी, जबाऩ में..|।।
तुम्हारा लक्ष्य अगर बड़ा हो और उस पे हंसने वाले न हो तो . . . समझना लक्ष्य अभी छोटा…
हर रिश्ते मे मिलावट देखीं, कच्चे रँगों क़ी सजावट देखी। लेकिन सालों-साल देखा है माँ को, उसके चेहरे पर ना…