Kabhi kabhi kitni baatein Karni hoti hai, Lekin koi sunne wala hi Nahi hota.
कभी कभी इंसान न टूटता है न बिखरता है बस हार जाता है कभी खुद से कभी किस्मत से
Jin logon ke dil achhe hote Hai na Unki kismat kharab Hoti hai!
Haal to sabhi puchte hai Bas ek wahi nhi puchta Jise batana hota hai.
चिड़ियाघर एक ऐसी जगह होती है, . . . . जहां सारे कैदी बेगुनाह होते हैं! ~ अज्ञात
घर में पति की जूठन खाने वाली स्त्रियां, चीखती है मन ही मन में जब होता है अहसास उसे, बिस्तर…
रहने दो "उधार" इक मुलाकात यूं ही..! . . . . सुना है "उधार" वालों को "लोग" "भुलाया" नहीं करते..!!