शायरी

अब नज़र से जिस्म छिल जाने का ख़ौफ़ है

अब नज़र से जिस्म छिल जाने का ख़ौफ़ है, आजकल पोशाकों में अस्तर नहीं मिलते...! #Shayari

6 years ago

तीन ही तो शौक़ हैं मेरे

तीन ही तो शौक़ हैं मेरे... शाम की चाय, शायरी और तुम....! ☕😊 😊☕

6 years ago

बढ़ रही हैं तुमसे दूरियाँ

बढ़ रही हैं तुमसे दूरियाँ... आ बैठ गलत फमहियाँ मिटाते हैं...

6 years ago

मेरे ख्वाबों की तबियत ख़राब है

मेरे ख्वाबों की तबियत ख़राब है...💕 क्या मुझे दो घूँट नींद मिलेगी...💕😒

6 years ago

बात वो कहिए कि जिस बात के सौ पहलू हों

बात वो कहिए कि जिस बात के सौ पहलू हों, कोई पहलू तो रहे बात बदलने के लिए।

6 years ago

थके लोगों को मजबूरी में चलते देख लेता हूँ

थके लोगों को मजबूरी में चलते देख लेता हूँ मैं बस की खिड़कियों से ये तमाशे देख लेता हूँ ~मुनीर…

6 years ago

जो ये दीवार का सुराख है साज़िश का हिस्सा है

जो ये दीवार का सुराख है साज़िश का हिस्सा है मगर हम इसे अपने घर का रोशन दान कहते है..…

6 years ago

जो दुनिया में सुनाई दे उसे कहते हैं ख़ामोशी

जो दुनिया में सुनाई दे उसे कहते हैं ख़ामोशी जो आँखों में दिखाई दे उसे तूफ़ान कहते हैं! #राहतइंदौरी

6 years ago

ज़रा सी देर को तुम अपनी आँखें दे दो मुझे

ज़रा सी देर को तुम अपनी आँखें दे दो मुझे ये देखना है कि मैं तुम को कैसा लगता हूँ…

6 years ago

रख के हर चीज़ भूलने वाली

“रख के हर चीज़ भूलने वाली , . . . . . ला तेरा दिल संभाल कर रख लूँ..!”❤️

6 years ago