शायरी

गुनगुनी धुप सा मजा देती है

सुनो... तुम्हारी याद भी इस दिसम्बर में, गुनगुनी धुप सा मजा देती है...

5 years ago

नवम्बर से बचे हैं तो दिसम्बर ने मार डाला

तुम्हारे बाद ग़ुज़रे हैं भला कैसे हमारे दिन, नवम्बर से बचे हैं तो दिसम्बर ने मार डाला...

5 years ago

ऐ दिसम्बर तू सब कुछ ले आया है सिवाय उसके

ये सर्द हवाएँ,बिखरे पत्ते और तन्हाई, ऐ दिसम्बर तू सब कुछ ले आया है सिवाय उसके...

5 years ago

तू दिसम्बर की तरह है

ये कैसा ख्याल है तेरा, जो मेरा हाल बदल देता है, तू दिसम्बर की तरह है, जो पूरा साल बदल…

5 years ago

कोई ऐसा कर बहाना मेरी आस टूट जाए

तेरे वादों पे कहाँ तक मेरा दिल फ़रेब खाए कोई ऐसा कर बहाना मेरी आस टूट जाए ~फ़ना निज़ामी कानपुरी

6 years ago

जिंदगी नाव की मानिंद यूँ ही बस चलती रहे

जिंदगी नाव की मानिंद यूँ ही बस चलती रहे मुहब्बत की आग प्यासे दिलों में जलती रहे लहरें तो सदा…

6 years ago

याद कर लेना मुझे तुम कोई भी जब पास न हो

याद कर लेना मुझे तुम कोई भी जब पास न हो चले आएंगे इक आवाज़ में भले हम ख़ास न…

6 years ago

“इश्क” आता तो दबें पाव है

"इश्क" आता तो दबें पाव है "शोर" तो उसके "टूटने" पर होता है❤️....

6 years ago

राह में खतरे भी हैं लेकिन ठहरता कौन है

राह में खतरे भी हैं लेकिन ठहरता कौन है. मौत कल आती है आज आ जाए डरता कौन है. तेरे…

6 years ago

न बिकने का इरादा हो तो क़ीमत और बढ़ती है

सफ़र में मुश्किलें आएँ तो जुर्रत और बढ़ती है कोई जब रास्ता रोके तो हिम्मत और बढ़ती है मेरी कमज़ोरियों…

6 years ago