Love Shayari

कोई मर रहा है किसी पे मरने के लिए

इश्क का लुफ्त तो देखिये साहेब.. कोई मर रहा है किसी पे मरने के लिए...!!

5 years ago

हम तेरे नाम को चुपके से पढ़ा करते हैं

अपनी मुट्ठी में छुपा कर किसी जुगनू की तरह हम तेरे नाम को चुपके से पढ़ा करते हैं ~अलीना इतरत

5 years ago

सेहरी में पीये गए पानी की आखरी घूंट

एक सन्त ने एक बार बताया था कि मोहब्बत सेहरी में पीये गए पानी की आखरी घूंट की जैसी होनी…

5 years ago

गुलज़ार साहब की नज़्म हो जैसे

उसकी आँखें गुलज़ार साहब की नज़्म हो जैसे... उसकी बातें जैसे क़ैफ़ी आज़मी की 'तेरी ख़ुशबू में बसे ख़त'...

5 years ago

कुछ कुछ इश्क़ सा था

एक मकाम तक आकर उनका लौट जाना मुड़ मुड़कर फिर आना आकर सताना न जाने क्यों मेरी समझ से बाहर…

5 years ago

चाय ठंडी होती गई

बैठे चाय की प्याली लेकर पुराने किस्से याद करने… चाय ठंडी होती गई और किस्से गरम होते गये !!

5 years ago

दरिया अगर सूख भी जाये

कैसे भूलेगी वो मेरी बरसोंकी चाहत को… . . . . दरिया अगर सूख भी जाये तो रेत से नमी…

5 years ago

कसम मेरे नाम की

हर रोज़ खा जाते थे वो कसम मेरे नाम की, . . . आज पता चला की जिंदगी धीरे धीरे…

5 years ago

ख़ुशी उन्हे दे दो

ख़ुशी कहा हम तो “गम” चाहते है, ख़ुशी उन्हे दे दो जिन्हें “हम” चाहते है

5 years ago

तुम बिन

तुम बिन…… चलते तो हैं, पर…… पहुँचते कहीं नहीं…!!!

5 years ago