अनपढ़ नही हूँ साहब... हिंदी में लिखना उतना ही अच्छा लगता है . . . जितना मां के हाँथ का…
सलीके से हवाओं में जो खुशबू घोल सकते हैं , . . . अभी कुछ लोग बाकी हैं जो #हिंदी…
जैसे चींटियाँ लौटती हैं बिलों में कठफोड़वा लौटता है काठ के पास वायुयान लौटते हैं एक के बाद एक लाल…
भाषा शरीर का ऐसा अदृश्य अंग हैं । . . . . जिसमें मनुष्य का सब कुछ दिखाई देता है…
जन-जन की भाषा है हिंदी भारत की आशा है हिंदी. जिसने पूरे देश को जोड़े रखा है वो मजबूत धागा…
जिस भाषा का व्याकरण अपवाद रहित है वो हिंदी, जिसकी वर्णमाला दुनिया की सबसे व्यवस्थित वर्णमाला है वो हिंदी, जिसकी…
प्रेम मेरे लिए वह अंतहीन यात्रा है जिसका कोई लक्ष्य नहीं!तुम भी नहीं!! . . . तुम तो वह सहयात्री…
तुम #मसरूफ़ हो तो.. #बारिश का कोई #हक़ नही... मेरे #शहर मे बरसने का .. मसरूफ़~व्यस्त
इस इश्क ने देखो,.. कैसे तबाही मचा रखी है.... आधी दुनिया पागल.. आधी शायर बना रखी है...
मेरी शायरियों का बस इतना उसूल है . . . तुम वाह ! कहो तो मुकम्मल बर्ना सब फिजूल है…