चापलूस और आलोचक मे केवल इतना अन्तर है कि चापलूस अच्छा बनकर बुरा करता है . . . और आलोचक…
कुछ लोग जो पानी छानकर पीते हैं, . . . खून बिना छना पी जाते हैं ~ हरिशंकर परसाई
पुरुष रोता नहीं है पर जब वो रोता है, रोम-रोम से रोता है। . . उसकी व्यथा पत्थर में दरार…
मूर्खता से पैदा हुआ आत्मविश्वास . . . सबसे बड़ा होता है! - हरिशंकर परसाई
भगवान पांच लड़कियों के बाद . . लड़का देकर अपने होने का सबूत देता रहता है। ~ हरिशंकर परसाई
जिन्हें पसीना सिर्फ़ गर्मी और भय से आता है, . . वे श्रम के पसीने से बहुत डरते हैं! -…
"आदमी क्या चूहे से भी बद्तर हो गया है? चूहा तो अपनी रोटी के हक के लिए मेरे सिर पर…
"अर्थशास्त्र जब धर्मशास्त्र के ऊपर चढ़ बैठता है तब . . गोरक्षा आन्दोलन के नेता जूतों की दुकान खोल लेते…
"इस देश के बुद्धिजीवी शेर हैं, . . पर वे सियारों की बरात में बैंड बजाते हैं।" 😅 ~ हरिशंकर…