जिंदगी

रख के हर चीज़ भूलने वाली

“रख के हर चीज़ भूलने वाली , . . . . . ला तेरा दिल संभाल कर रख लूँ..!”❤️

5 years ago

कहते हैं वक्त सबकुछ सिखा देता है

कहते हैं वक्त सबकुछ सिखा देता है..... . . . . . . . . . . . . .…

5 years ago

पता नहीं लोग आपस में बांटकर कैसे खा लेते हैं।

पता नहीं लोग आपस में बांटकर कैसे खा लेते हैं। . . . . . . . . . .…

5 years ago

पिता – बेटे के लिए हज़ारो सपने

#पिता अर्थात एक जोड़ी वह आंख, जिसकी पलकों में अंकुरते हैं बेटे को हर तरह से बड़ा करने के हजारों…

6 years ago

पिता – लाठी

#पिता अर्थात वह लाठी, जो छोटे पौधे को सीधा करने के लिए, खड़ी और गड़ी रहती है, साथ-साथ...।

6 years ago

पिता अर्थात छायादार वह बड़ा वृक्ष

पिता अर्थात छायादार वह बड़ा वृक्ष, जिसमें बचपने की गौरेया बनाती है घोसला...। #फादर्सडे

6 years ago

“माँ” एक ऐसी बैंक है

"माँ" एक ऐसी बैंक है जहाँ आप हर भावना और दुख जमा कर सकते है। #Mother #माँ #अम्मा

6 years ago

न बिकने का इरादा हो तो क़ीमत और बढ़ती है

सफ़र में मुश्किलें आएँ तो जुर्रत और बढ़ती है कोई जब रास्ता रोके तो हिम्मत और बढ़ती है मेरी कमज़ोरियों…

6 years ago

परख से परे है शख्सियत मेरी

परख से परे है शख्सियत मेरी मैं उन्ही के लिए हूँ जो समझें कदर मेरी....…💓

6 years ago

बेवजह शोर मचाने से

बेवजह शोर मचाने से सुर्खियां नहीं मिला करती..! कर्म करोगे तो खामोशियां भी अखबारों में छपेंगी....

6 years ago