कड़वा सच

चापलूस और आलोचक मे केवल इतना अन्तर है कि चापलूस अच्छा बनकर बुरा करता है . . . और आलोचक बुरा बनकर अच्छा करता है

4 years ago

कड़वा सच

कड़वा सच गरीब आदमी जमीन पर बैठ जाये तो वो जगह उसकी औकात कहलाती है और अगर कोई धनवान बैठ जाये तो ये उसका बड़प्पन कहलाता है!🤔 शुभ रात्रि🙏🏻

4 years ago

सिर्फ झूठ को अच्छे लहजे की जरूरत है

सिर्फ झूठ को अच्छे लहजे की जरूरत है, सच तो हर लहजे में कड़वा ही होता है।

4 years ago

खून बिना छना पी जाते हैं

कुछ लोग जो पानी छानकर पीते हैं, . . . खून बिना छना पी जाते हैं ~ हरिशंकर परसाई

4 years ago

ईमानदार बाप

लड़कों को, ईमानदार बाप . . निकम्मा लगता है! -हरिशंकर परसाई

4 years ago

पुरुष का रोना

पुरुष रोता नहीं है पर जब वो रोता है, रोम-रोम से रोता है। . . उसकी व्यथा पत्थर में दरार कर सकती है ~ हरिशंकर परसाई

4 years ago

धर्म शोषण या भाग्यवाद

धर्म चालाक आदमी का शोषण का हथियार है और भोले आदमी के लिए भाग्यवाद की अफीम . धर्म पर कब्ज़ा वह वर्ग कर लेता है जिसके अधिकार में उत्पादन के साधन होते हैं ~ हरिशंकर परसाई

4 years ago

मूर्खता से पैदा हुआ आत्मविश्वास

मूर्खता से पैदा हुआ आत्मविश्वास . . . सबसे बड़ा होता है! - हरिशंकर परसाई

4 years ago

भगवान पांच लड़कियों के बाद

भगवान पांच लड़कियों के बाद . . लड़का देकर अपने होने का सबूत देता रहता है। ~ हरिशंकर परसाई

4 years ago

बेइज्जती

बेइज्जती में अगर दूसरे को भी शामिल कर लो . . तो आधी इज्जत बच जाती है! - हरिशंकर परसाई

4 years ago