two line shayari

बेजान आईना

बेज़ान आईने का दखल ग़वाऱा नही मुझे मैं केवल खुद को तेरी आँखों में देखना चाहती हुँ 💞😘 💞 👉💞…

5 years ago

दिल से भी बहरा था

हम उसको सुनाते रहे गम की कहानियां। जो शख्स कान से ही नही दिल से भी बहरा था

5 years ago

काग़ज़ का बदन

ये हवाएँ उड़ न जाएँ ले के काग़ज़ का बदन , . . . दोस्तो मुझ पर कोई पत्थर ज़रा…

5 years ago

वो बदल गये है

बात ये है कि वो बदल गये है . . . ज़ुल्म ये है कि मानते भी नहीं है...!! #बज़्म…

5 years ago

जो अधूरा मुझे छोड़ गया है

उसको मुकम्मल लिखना चाहती हूं . . . जो अधूरा मुझे छोड़ गया है..💔

5 years ago

Tabahi

इस इश्क ने देखो,.. कैसे तबाही मचा रखी है.... आधी दुनिया पागल.. आधी शायर बना रखी है...

5 years ago

Sab Fijul Hai

मेरी शायरियों का बस इतना उसूल है . . . तुम वाह ! कहो तो मुकम्मल बर्ना सब फिजूल है…

5 years ago

सांवले रंग पर मत जा गालिब

अरे ओ गालिब सांवले रंग पर मत जा गालिब . . . मैंने दुध से ज्यादा चाय के दिवाने देखे…

5 years ago

कुछ ज़ख़्म ऐसे भी होंगे

कुछ ज़ख़्म ऐसे भी होंगे, जिन्हें वक़्त भर लेगा, . . . पर पहली नज़र के वार की बात ही…

5 years ago

उसकी मोहब्बतों का कैसे हिसाब हो

उसकी मोहब्बतों का कैसे हिसाब हो, . . . जो गले लग कर कहे तुम बहुत खराब हो।

5 years ago