इतना तो किसी ने चाहा भी न होगा तुम्हे, जितना मैंने सिर्फ…… सोचा है तुम्हे
कोई ऐसा सख्श मुझे भी दे… ऐ मौला.. जो मुझे बस खोने से डरता हो…!!!
न ज़ख्म भरे, न शराब सहारा हुई., न वो वापस लौटीं, न मोहब्बत दोबारा हुई..
तुमने तो फिर भी सीख लिए दुनिया के चाल चलन… हम तो कुछ भी ना कर सके बस मुहब्बत के…
“कभी हमसे भी पूछ लिया करो हाल-ए-दिल, कभी हम भी तो कह सकें दुआ है आपकी”
नज़रिया बदल के देख, हर तरफ नज़राने मिलेंगे ऐ ज़िन्दगी यहाँ तेरी तकलीफों के भी दीवाने मिलेंगे .
खूबसूरत जिस्म हो या मुसल्लम ईमान.., बेचने की ठान लो तो हर तरफ बाजार है..!!
लिख दूँ किताब तेरी मासूमियत पे मैं लेकिन कहीं हर कोई तुझे पाने का तलबगार न हो जाए।
अब नज़र से जिस्म छिल जाने का ख़ौफ़ है, आजकल पोशाकों में अस्तर नहीं मिलते...! #Shayari
बढ़ रही हैं तुमसे दूरियाँ... आ बैठ गलत फमहियाँ मिटाते हैं...