sad

“छूट गया हाथों से” वो मेरे

"छूट गया हाथों से" वो मेरे कुछ इस "कदर" रेत "फिसलती" है जैसे "बन्द मुट्ठी से"💔.....

6 years ago

मेरा तमाशा बना दिया

तकदीर ने फलक ने ईश्क ने मोहब्बत ने.. जिसने भी चाहा मेरा तमाशा बना दिया...

6 years ago

दिल खुद ढूंढ लेता है तेरी बेरुखी के बहाने

दिल खुद ढूंढ लेता है तेरी बेरुखी के बहाने। तुम्हे अपनी सफाई में कुछ कहने की जरूरत नही।।

6 years ago

मेरे घर की छत से रिसती है

मेरे घर की छत से रिसती है मेरी असफलताएं बरसातों में और मेरी अवस्था मेरा उपहास उड़ाती है...

6 years ago

कबूतरों को उड़ा देता हूँ छत से

कबूतरों को उड़ा देता हूँ छत से उनकी खुशी देख के अब मुझे जलन होती हैं।

6 years ago