बहुत तब्दीलियाँ आई हैं मुझमे बस तुझे याद करने की वो आदत नहीं गयी💕....!!!
तेरे लहजे में लाख मिठास सही मगर, मुझे जहर लगता है तेरा औरों से बात करना….
नहीं मिला मुझे कोई तुम जैसा आज तलक, पर ये सितम अलग है कि मिले तुम भी नहीं..!
साँसों का टूट जाना तो बहुत छोटी सी बात है दोस्तो, जब अपने याद करना छोड़ दे, मौत तो उसे…
वो अपनी जिंदगी में हुए मशरूफ इतना वो किस किस को भूल गए ,उन्हें याद भी नहीं
बढ़ रही हैं तुमसे दूरियाँ... आ बैठ गलत फमहियाँ मिटाते हैं...
जितना नज़रअंदाज़ करना है कर लो, अंदाज़ा उस दिन का भी लगा लो जब हम नज़र नहीं आएंगे
जिसको सुनना है वो सुनता नहीं , दुनिया खामखां कान लगाए बैठी है