वो बिक चुके थे जब खरीदने के काबिल हुए हम ...... ज़माने गुजर गए ... हमे अमीर होते होते......!!
उनकी जब मर्जी होती है वो हमसे तब बात करते है हमारा पागलपन तो देखिए पूरा दिन उनकी मर्जी के…
वो सारे नाम जो तुमने मुझे दिए थे अब उनसे किसी ओर को पुकार पाओगी क्या..? #अज्ञात
फासलों का एहसास तब हुआ.. जब मैंने कहा हम ठीक हैं… . . . और उन्होंने मान लिया.!!
थोडा इंतजार कर ए दिल, . . . . उसे भी पता चल जाएगा की उसने खोया क्या है…
कैसे भूलेगी वो मेरी बरसोंकी चाहत को… . . . . दरिया अगर सूख भी जाये तो रेत से नमी…
कौन कहता है की दिल.. सिर्फ लफ्जों से दुखाया जाता है, तेरी ख़ामोशी भी कभी कभी.. आँखें नम कर देती…