नशा था उसकी झूठी बातों में . . . . वह वक़्त गुजारते रहे,और हम आदी होते गये
आजकल 👉जिस उम्र में #दिल टूट रहे है ..... ..... ..... उस उम्र में 👉हमारी नटराज penciil टूटा करता था…
सुनो दूर रहकर भी तुम्हारी हर खबर रखते हैं ....😎 . . . हम तुम्हें अपने करीब कुछ इस कदर…
मैं अपना चाय का कप किसी और को नही देती . . . . तुम्हे क्या खाक किसी और का…
प्रेम में पड़ी स्त्री को तुम्हारे साथ सोने से ज्यादा अच्छा लगता है तुम्हारे साथ जागना...!! -अमृता प्रीतम-
मेरी शायरियों का बस इतना उसूल है . . . तुम वाह ! कहो तो मुकम्मल बर्ना सब फिजूल है…
अजीब पहेली है इश्क... सताता है, सहलाता है, हँसाता है, रुलाता है.... दर्द देता है... औऱ दर्द देने वाले के…
मेरे घर की छत के ऊपर एक छोटी छत है, वहाँ का रास्ता एक कच्ची सीढ़ी से हो कर जाता…