patthar

मैं वो फल हूँ जो अपनो के पत्थर से टूटा हूँ

तू रंज न कर मैं तुझसे नही खुद से रुठा हूँ.. मैं वो फल हूँ जो अपनो के पत्थर से…

6 years ago

सलीक़े से तराशा जाए ..

एक पत्थर की भी तक़दीर सँवर सकती है शर्त ये है कि सलीक़े से तराशा जाए ..

7 years ago