मैं तुम्हे याद रहूँ, या ना रहूँ, 💕 💕 बस इतना याद रखना की तुम मुझे हमेशा याद रहोगे
लगने दो गर लगती है तेरे होठों की लिपस्टिक मेरे चेहरे पे, सालों से बोरो प्लस लगा लगा के ये…
अपनी मुट्ठी में छुपा कर किसी जुगनू की तरह हम तेरे नाम को चुपके से पढ़ा करते हैं ~अलीना इतरत
एक मकाम तक आकर उनका लौट जाना मुड़ मुड़कर फिर आना आकर सताना न जाने क्यों मेरी समझ से बाहर…
पता नहीं क्या जादू है 👉🏻पागल शब्द में.. . . . . . . . . . जमाना कहे तो…
रहने दे कुछ बाते..... यूँ ही अनकही सी.. . . . कुछ जवाब तेरी-मेरी … ख़ामोशी में अटके ही अच्छे…
कैसे भूलेगी वो मेरी बरसोंकी चाहत को… . . . . दरिया अगर सूख भी जाये तो रेत से नमी…
मोहब्बत भी उधार कि तरह होती है …. “साहब” लोग ले तो लेते है .. मगर देना भूल जाते है.
इतना तो किसी ने चाहा भी न होगा तुम्हे, जितना मैंने सिर्फ…… सोचा है तुम्हे
बहुत तब्दीलियाँ आई हैं मुझमे बस तुझे याद करने की वो आदत नहीं गयी💕....!!!