love shayari

जब भी खोला है ये माज़ी का दरीचा मैं ने

जब भी खोला है ये माज़ी का दरीचा मैं ने कोई तस्वीर ख़यालों में नज़र आती है ~फ़रह इक़बाल

6 years ago

काश भीगता कभी तू

काश भीगता कभी तू मेरे सुखन की बारिश में। कतरा - कतरा जज़्बात, तेरी जड़ों में रिस जाते।।

6 years ago

और भी बहुत रंग हैं मोहब्बत के

इश्क़ में क्या तुम और क्या मैं आप ही रूठिये, आप ही मानिये और भी बहुत रंग हैं मोहब्बत के…

6 years ago

सौ बार भी मिल जाये अधूरा लगता है

तलब में शुमार इस कदर दीदार उनका, सौ बार भी मिल जाये अधूरा लगता है।

6 years ago

वजह को एक वजह पे ख़तम करेंगे

वजह को एक वजह पे ख़तम करेंगे तुम सजा ऐसी देना की हम बिन खता के खता को खत्म करेंगे

6 years ago

शौक था कभी पढ़ने का उन्हें

शौक था कभी पढ़ने का उन्हें जिन्हे पढ़ कर सभी छोड़ दिया करते थे आज छोड़ रहे है वो मेहताब…

6 years ago

कुछ शब्द हो तो देना

कुछ शब्द हो तो देना राह गुजरते राहगीर शब्द ए आईने की खिदमत "उसे" करनी है

6 years ago

जिसको आना ही नहीं है

इंतजार भी उसका जिसे आना ही नहीं है.... प्यार भी उस से ... जिसको कभी पाना ही नहीं है..!!😊

6 years ago

किसी काम के ना रहे

क्या हसीन इत्तेफाक़ था तेरी गली में आने का, किसी काम से आये थे और किसी काम के ना रहे।

6 years ago

उसे उड़ने का शौक था

उसे उड़ने का शौक था और हमें उसके प्यार की कैद पसंद थी, वो शौक पूरा करने उड़ गयी जो…

6 years ago