मुझे तुम्हारी चालाकी नही तुम्हारा हुनर चाहिए.. . . . मुझे तोहफे में घड़ी नही तुम्हारा वक़्त चाहिए...
खुशी के माहौल में भी मेरा लिखा पढ़कर रो पड़ो . . . . तो समझ लेना कि मैं अब…
एक बार इश्क़ हो जाने दो हमको भी... . . . फिर शायरियां चेप चेप कर कलेजा ना फाड़ दिया…
सुनो ले आओ ना टूटी छतरी . . . मोहब्बत की बारिश में आधा आधा भिगेंगे..... 🤣🤣😂💕🙈💕
आजकल 👉जिस उम्र में #दिल टूट रहे है ..... ..... ..... उस उम्र में 👉हमारी नटराज penciil टूटा करता था…
मैं करता रहा इंतज़ार मुँह खोले बारीशों का... . . . एक छीट उसके जुल्फों की तरबतर कर गयी...❤️
ये हवाएँ उड़ न जाएँ ले के काग़ज़ का बदन , . . . दोस्तो मुझ पर कोई पत्थर ज़रा…
प्रेम में पड़ी स्त्री को तुम्हारे साथ सोने से ज्यादा अच्छा लगता है तुम्हारे साथ जागना...!! -अमृता प्रीतम-
घटाएं आ चुकी हैं आसमां पे, औऱ दिन सुहाने हैं... . . मेरी मजबूरी तो देखो, मुझे बारिश में भी…