समझता ही नहीं वो शख़्स, अल्फ़ाज़ की गहराई... हमने हर वो लफ़्ज़ कह दिया, जिस में मोहब्बत है..!!
अगर बात ख्वाबों कि करूं तो सिर्फ इतना ही कहुँगी … तुमसे जुड़ा हो तो हसीन है, और अगर तुम्हारा…
#काश . . . #मैं ऐसी जरूरत बन जाऊँ तेरी जिसकी तुम्हे #तलब रहे सारी #जिंदगी !! ❤❤❤
अपनी मुट्ठी में छुपा कर किसी जुगनू की तरह हम तेरे नाम को चुपके से पढ़ा करते हैं ~अलीना इतरत
ऐ हवा तू ही उसे ईद-मुबारक कहियो और कहियो कि कोई याद किया करता है #EidMubarak
डर लगता है तेरी तारीफ़ करने में भी, कही ज़माना पूछ न बैठे ये तेरे कौन लगते है ..