छप के बिकते थे जो अख़बार, सुना है इन दिनों वो बिक के छपा करते हैं.
कीमत दोनों की चुकानी पड़ती है, बोलने की भी और चुप रहने की भी.!!
सफ़र में मुश्किलें आएँ तो जुर्रत और बढ़ती है कोई जब रास्ता रोके तो हिम्मत और बढ़ती है मेरी कमज़ोरियों…