गलती जीवन का एक पन्ना है लेकिन रिश्ता पूरी किताब है जरुरत पड़ने पर गलती का पन्ना फाड़ देना लेकिन…
जीवन का असली आनंद तो नादान ही लेता है, समझदार तो हमेशा समझदारी में ही उलझा रहता है