कौन कहता है की दिल.. सिर्फ लफ्जों से दुखाया जाता है, तेरी ख़ामोशी भी कभी कभी.. आँखें नम कर देती…
वो मुझसे दूर रहकर खुश है, और मैं उसे खुश देखने के लिए दूर हूँ…
रिश्तों को कभी धोखा मत दो, पसंद ना आऐ तो उसे पूर्णविराम कर दो
अजीब खेल है ये मोहब्बत का . . किसी को हम न मिले, कोई हमें ना मिला!
साँसों का टूट जाना तो बहुत छोटी सी बात है दोस्तो, जब अपने याद करना छोड़ दे, मौत तो उसे…
न ज़ख्म भरे, न शराब सहारा हुई., न वो वापस लौटीं, न मोहब्बत दोबारा हुई..
वो अपनी जिंदगी में हुए मशरूफ इतना वो किस किस को भूल गए ,उन्हें याद भी नहीं
ला रहे हैं नींद के #आग़ोश में अश्क़ मुझको थपकियां देते हुए... नींद तो दर्द के बिस्तर पे भी आ…
भूले नहीं हम उसे...... और भूलेगें भी नहीं, बस नज़र अंदाज करेंगे उसे उसी की तरह