उसका हाथ अपने हाथ में लेते हुए मैंने सोचा दुनिया को हाथ की तरह गर्म और सुंदर होना चाहिए. ~…
“हाथ छूटे भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते ….. वक़्त की शाख़ से लम्हें नहीं तोड़ा करते”