इन किताबों में क़ैद कर रख लो मुझ को . . . किसी की मोहब्बत का मैं पहला गुलाब हूँ...…
औरत मोहताज नहीं किसी गुलाब की, . .वो खुद बाग़बान है इस कायनात की
किसी को गुलाब देना इश्क़ नहीं, . .उसे गुलाब की तरह रखना भी इश्क़ है