दीप से दीप जले तो हो दीवाली.. उदास चेहरे खिलें तो हो दीवाली.. बाहर की सफाई तो हो चुकी बहुत…
कह दो अंधेरों से कहीं और घर बना लें मेरे मुल्क में रौशनी का सैलाब आया है सभी को दीपावली…
कह दो अंधेरों से कहीं और घर बना लें मेरे मुल्क में रौशनी का सैलाब आया है सभी को दीपावली…