आप की सीधी-सादी बातों में चीनी के एक दाने भर की भी मिठास नहीं तो क्या हुआ साहिब!! . .…
ना दिल में आती हूँ ना समझ में आती हूँ .... आप अगर #चाय पिलाओ तो, अभी आती हूँ ...😋❤️
लाख मीठा हो तेरे शहर का पानी लेकिन, . . हम तेरे शहर को चाय तो नहीं कह सकते !!…
जज्बात मिल गये ख्यालात भी मिल जाएंगे कभी आओ #चाय पे . जवाब भी मिल जाएंगे..!!
कितनी ही इलायचियां पीस कर डालीं, . . . बग़ैर तेरे चाय में महक है ना लज्ज़त है...!! ❤️
फुर्सत मिली तो आयेंगे और पियेंगे ज़रूर... . . . सुना है #चाय बनाती हो तो गली महक उठती है...
जब थामा था हाथ तेरा पहली बार... . . . लगा जैसे किसी ने सर्दी में ठिठुरते हाथों में चाय…
तुझे दिसंबर में लगे मोहब्बत की ठंड, . . . . और तू मुझे तड़पकर मांगे चाय की तरह..
ता उम्र जलते रहते हैं धीमी आँच में, . . . इसीलिए "चाय"और "इश्क़" दोनों ही मशहूर हैं..