सुन रहे हो प्रिय?
तुम्हें मैं प्यार करती हूँ।
और जब नारी किसी नर से कहे,
प्रिय! तुम्हें मैं प्यार करती हूँ,
तो उचित है, नर इसे सुन ले ठहर कर,
प्रेम करने को भले ही वह न ठहरे।
~ दिनकर (‘उर्वशी’ से)
आज मुबारक कल मुबारक होली का हर पल मुबारक रंग बिरंगी होली में हमारा भी एक रंग मुबारक #HappyHoli
एक ही बात सीखी आज मैने रंगों से . . अगर निखरना है तो बिखरना जरूरी है
उस होली में जिंदगी भर की होली सिमट जाए . . जिस होली में रंगों की जगह आकर तू मुझसे…
रंग उसी का चढ़ा है अब तक . . जिसने रंग नही लगाया अब तक #HappyHoli
तमन्ना तुम्हे रंग लगाने का नही . . तमन्ना तुम्हारे रंग में रंग जाने की है। #HappyHoli