तमाम उम्र लगा दी हमने शरीफ़ होने में.. हुआ मैं शरीफ़ तो ज़माना ख़राब हो बैठा..।।
दुनिया में सिर्फ दिल ही है, जो बिना आराम किये काम करता है, इसलिए उसे खुश रखो, चाहे वो अपना…
देखो साथ न छुटे बुजुर्गों का कभी.. पत्ते पेडों पर ही लगे हो तो हरे रहते हैं..।।
यूं ही न अपने मिजाज को चिड़चिड़ा कीजिये, अगर कोई बात छोटी करे तो आप दिल बड़ा कीजिये ।।
आधा बचपन तो साला इसी कन्फ्यूजन में बीत गया कि समबाहु, विषमबाहु और समद्विबाहु, त्रिभुज के नाम हैं या अमरेंद्र…
बस इतनी पाकीज़ा रहे आइना-ए-ज़िंदगी जब ख़ुद से मिलाएँ नज़र, शर्मसार ना हों...!
नहीं मिला मुझे कोई तुम जैसा आज तलक, पर ये सितम अलग है कि मिले तुम भी नहीं..!
नहीं मिला मुझे कोई तुम जैसा आज तलक, पर ये सितम अलग है कि मिले तुम भी नहीं..!
मुझे इंतज़ार करना बेहद पसंद है, क्यू की , ये वक़्त उम्मीद से भरा होता है !
साँसों का टूट जाना तो बहुत छोटी सी बात है दोस्तो, जब अपने याद करना छोड़ दे, मौत तो उसे…