कुछ अजीब शख्सियत है हम दोनों की... न वो #Ghazal में बयाँ होती हैं न हम #Status में।
बात वो कहिए कि जिस बात के सौ पहलू हों, कोई पहलू तो रहे बात बदलने के लिए।
थके लोगों को मजबूरी में चलते देख लेता हूँ मैं बस की खिड़कियों से ये तमाशे देख लेता हूँ ~मुनीर…
कीमत दोनों की चुकानी पड़ती है, बोलने की भी और चुप रहने की भी.!!
जो ये दीवार का सुराख है साज़िश का हिस्सा है मगर हम इसे अपने घर का रोशन दान कहते है..…
जो दुनिया में सुनाई दे उसे कहते हैं ख़ामोशी जो आँखों में दिखाई दे उसे तूफ़ान कहते हैं! #राहतइंदौरी
दुआ करों मैं कोई रास्ता निकाल सकूँ, तुम्हे भी देख सकूँ, खुद को भी संभाल सकूँ। - निदा फाजली
मोहब्बत वो जज्बा है जिसमें हारा नहीं जाता । दफन होकर भी आशिकी को बिसारा नहीं जाता
महोब्बत लिबास नही जो हर रोज़ बदला जाए महोब्बत कफ़न है पहन कर उतारा नही जाता ..........!