बात ये है कि वो बदल गये है . . . ज़ुल्म ये है कि मानते भी नहीं है...!! #बज़्म…
उसको मुकम्मल लिखना चाहती हूं . . . जो अधूरा मुझे छोड़ गया है..💔
इस इश्क ने देखो,.. कैसे तबाही मचा रखी है.... आधी दुनिया पागल.. आधी शायर बना रखी है...
मेरी शायरियों का बस इतना उसूल है . . . तुम वाह ! कहो तो मुकम्मल बर्ना सब फिजूल है…
अरे ओ गालिब सांवले रंग पर मत जा गालिब . . . मैंने दुध से ज्यादा चाय के दिवाने देखे…
कुछ ज़ख़्म ऐसे भी होंगे, जिन्हें वक़्त भर लेगा, . . . पर पहली नज़र के वार की बात ही…
उसकी मोहब्बतों का कैसे हिसाब हो, . . . जो गले लग कर कहे तुम बहुत खराब हो।
बस एक बार किसी ने गले लगाया था फिर उस के बाद न मैं था न मेरा साया था #ज़फ़र_इक़बाल…
"सुन लेने से" कितने सारे सवाल सुलझ जाते हैं, "सुना देने से" हम फिर से वही उलझ जाते हैं!
कुछ मुलाकाते उधार है तुम पर.. इस कर्ज को भी अपनी डायरी में दर्ज कर लेना.. 😉😍