बहुत तब्दीलियाँ आई हैं मुझमे बस तुझे याद करने की वो आदत नहीं गयी💕....!!!
कोई ऐसा सख्श मुझे भी दे… ऐ मौला.. जो मुझे बस खोने से डरता हो…!!!
रोज़ रोज़ जलते हैं, फिर भी खाक़ न हुए, अजीब हैं कुछ ख़्वाब भी, बुझ कर भी राख़ न हुए…
नहीं मिला मुझे कोई तुम जैसा आज तलक, पर ये सितम अलग है कि मिले तुम भी नहीं..!
साँसों का टूट जाना तो बहुत छोटी सी बात है दोस्तो, जब अपने याद करना छोड़ दे, मौत तो उसे…
न ज़ख्म भरे, न शराब सहारा हुई., न वो वापस लौटीं, न मोहब्बत दोबारा हुई..
“कभी हमसे भी पूछ लिया करो हाल-ए-दिल, कभी हम भी तो कह सकें दुआ है आपकी”
नज़रिया बदल के देख, हर तरफ नज़राने मिलेंगे ऐ ज़िन्दगी यहाँ तेरी तकलीफों के भी दीवाने मिलेंगे .
वो अपनी जिंदगी में हुए मशरूफ इतना वो किस किस को भूल गए ,उन्हें याद भी नहीं
खूबसूरत जिस्म हो या मुसल्लम ईमान.., बेचने की ठान लो तो हर तरफ बाजार है..!!