पायल बेचकर उसने लगवाए थे मेरे गिटार में नए तार अब तारों को छेड़ता हूँ तो छम-छम की आवाज़ आती…
फिर वही शाम,फिर वही चाय.. फिर वहीं तेरी,याद का आना.. फिर वही बेचैनी,फिर वहीं तलब.. फिर वही हर घुट में,तुझे…
Dear #Soulmate लाजमी तो नहीं, मुझे हर वक़्त याद करो... बिल्कुल ही भूल जाओ, ये तो जुल्म है ना...!!!
#काश . . . #मैं ऐसी जरूरत बन जाऊँ तेरी जिसकी तुम्हे #तलब रहे सारी #जिंदगी !! ❤❤❤
घमण्ड बता देता है कितना पैसा है । #मर्यादा बता देती है परिवार कैसा है ।। बोली बता देती है…
मुझे चाह नही गुलदस्तों की . . . मैं तो खुश हूँ, महकते एक गुलाब से
वो सारे नाम जो तुमने मुझे दिए थे अब उनसे किसी ओर को पुकार पाओगी क्या..? #अज्ञात
फूल जैसे मख़मली तलवों में छाले कर दिए, गोरे सूरज ने हज़ारों जिस्म काले कर दिए। ~राहत इंदौरी
इश्क का लुफ्त तो देखिये साहेब.. कोई मर रहा है किसी पे मरने के लिए...!!