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न ज़ख्म भरे, न शराब सहारा हुई.

न ज़ख्म भरे, न शराब सहारा हुई., न वो वापस लौटीं, न मोहब्बत दोबारा हुई..

6 years ago

तुमने तो फिर भी सीख लिए दुनिया के चाल चलन

तुमने तो फिर भी सीख लिए दुनिया के चाल चलन… हम तो कुछ भी ना कर सके बस मुहब्बत के…

6 years ago

प्यार नकली था…..

अगर ब्रेकअप के बाद दिमाग में शायरी नहीं आ रही हो तो समझ लो . . . . . .…

6 years ago

उन्हें याद भी नहीं

वो अपनी जिंदगी में हुए मशरूफ इतना वो किस किस को भूल गए ,उन्हें याद भी नहीं

6 years ago

बढ़ रही हैं तुमसे दूरियाँ

बढ़ रही हैं तुमसे दूरियाँ... आ बैठ गलत फमहियाँ मिटाते हैं...

6 years ago

थके लोगों को मजबूरी में चलते देख लेता हूँ

थके लोगों को मजबूरी में चलते देख लेता हूँ मैं बस की खिड़कियों से ये तमाशे देख लेता हूँ ~मुनीर…

6 years ago

हम तो सिंगल लोग हैं साहब

हम तो सिंगल लोग हैं साहब . . . . .प्रेम से बोलो . . . . . .भाड़ में…

6 years ago

सिंगल होने का ग़म नहीं है साहब

सिंगल होने का ग़म नहीं है साहब. . . . . बस दूसरों की सेटिंग देख कर ज़हर खाने का…

6 years ago

किसी से बस उतना ही दूर होना

किसी से बस उतना ही दूर होना की उसे आपकी अहमियत का एहसास हो जाए इतना भी दूर ना हो…

6 years ago

कोई ऐसा कर बहाना मेरी आस टूट जाए

तेरे वादों पे कहाँ तक मेरा दिल फ़रेब खाए कोई ऐसा कर बहाना मेरी आस टूट जाए ~फ़ना निज़ामी कानपुरी

6 years ago