“रख के हर चीज़ भूलने वाली , . . . . . ला तेरा दिल संभाल कर रख लूँ..!”❤️
मोहब्बत वो जज्बा है जिसमें हारा नहीं जाता । दफन होकर भी आशिकी को बिसारा नहीं जाता
महोब्बत लिबास नही जो हर रोज़ बदला जाए महोब्बत कफ़न है पहन कर उतारा नही जाता ..........!
तुम्हारे बाद ग़ुज़रे हैं भला कैसे हमारे दिन, नवम्बर से बचे हैं तो दिसम्बर ने मार डाला...
ये सर्द हवाएँ,बिखरे पत्ते और तन्हाई, ऐ दिसम्बर तू सब कुछ ले आया है सिवाय उसके...
ये कैसा ख्याल है तेरा, जो मेरा हाल बदल देता है, तू दिसम्बर की तरह है, जो पूरा साल बदल…
बड़ी दिल फरेब सी है तेरी ये अदा ना चैन लेने दे, ना ही कोई सुकून दे
जिंदगी नाव की मानिंद यूँ ही बस चलती रहे मुहब्बत की आग प्यासे दिलों में जलती रहे लहरें तो सदा…
याद कर लेना मुझे तुम कोई भी जब पास न हो चले आएंगे इक आवाज़ में भले हम ख़ास न…
"इश्क" आता तो दबें पाव है "शोर" तो उसके "टूटने" पर होता है❤️....