खुद को खुद की खबर न लगे कोई अच्छा भी इस कदर न लगे…. आपको देखा है उस नजर से…
अब तो इन आँखों से भी जलन होती है मुझे… खुली हो तो ख्याल तेरे! बंद हो तो ख़्वाब तेरे!..
सौदा कुछ ऐसा किया है तेरे ख़्वाबों ने मेरी नींदों से.. या तो दोनों आते हैं .. या कोई नहीं…
उसके प्यार में, हुनर आ गया है वकीलों सा……. मेरे प्यार को वो,तारीख पर तारीख दिये जा रहा है !!