मंज़िल पाना तो दूर की बात अगर ऐसे ही Ego में रहोगे तो रास्ते भी नहीं दिखेंगे
ज़िंदगी की अंजुमन का बस यही दस्तूर है... बढ़ के मिलिए और मिल कर दूर जाते जाइए.!! #जौन_एलिया
ये ही खासियत है जिंदगी की कर्ज वो भी चुकाने पड़ते हैं जो कभी लिए ही नहीं...✍
गिरते परिंदों में भी फर्क देखती है दुनिया, संभालती उसी को है जो मजबूत होता है....
इतना भी कीमती ना बना अपने आप को , हम गरीब लोग हैं महँगी चीज़ छोड़ दिया करते हैं
अगर तुम्हारी गिनती बदमाशों में होती है तो हमारा नाम भी कभी शरीफों की गिनती में नहीं आया
मतलबी लोगों से अगर दूर रहो तो ज़िन्दगी इतनी बुरी भी नहीं है