इतना तो किसी ने चाहा भी न होगा तुम्हे, जितना मैंने सिर्फ…… सोचा है तुम्हे
अजीब खेल है ये मोहब्बत का . . किसी को हम न मिले, कोई हमें ना मिला!
अगर है किसी मे टूटने की हिम्मत है... तो मुबारक हो..इश्क़ कर लीजिये.. #बज़्म
डर लगता है तेरी तारीफ़ करने में भी, कही ज़माना पूछ न बैठे ये तेरे कौन लगते है ..
मेरी तो बस एक छोटी सी ख्वाहिश है. की…. तुम्हारी कोई ख्वाहिश अधूरी ना रहे…..
आशियाने बनें भी तो कहाँ जनाब… जमीनें महँगी हो चली हैं और दिल में लोग जगह नहीं देते..
रजाईयां नहीं हैं उनके नसीब में। गरीब गर्म हौसले ओढ़कर सो जाते है।।
तेरे होंठो को देखा तो एक बात उठी जहन में वो लफ्ज़ कितने नशीले होंगे, जो इनसे होकर गुजरते है
डरता हूँ कहने से की मोहब्बत है तुम से, कि मेरी जिंदगी बदल देगा तेरा इकरार भी और इनकार भी..