जब थामा था हाथ तेरा पहली बार... . . . लगा जैसे किसी ने सर्दी में ठिठुरते हाथों में चाय…
मैं जब भी टूटता हूँ, तो तुझे ढूंढता हूँ • • तु हमेशा कहती थी ना, कि हम एक है..!!
ए नसीब ज़रा एक बात तो बता… . . . तू सबको आज़माता है या मुझसे ही दुश्मनी है!
जिंदगी हो या शतरंज, मजा तभी है दोस्त,…… . . . . जब रानी मरते दम तक साथ हो…….
लोहे का स्वाद लोहार से मत पूछो . . . . उस घोड़े से पूछो जिसके मुँह में लगाम है.
घर, मोहल्ला, शहर, इश्क़ सब चीज छोड़ना पड़ा . . . रोटी महँगी थी,हर चीज से !!
बिना जिस्म को छुए कोई रूह से लिपट जाए... . . . मेरे ख्याल में तो वही सच्चा इश्क़ है..
तमाम प्रेम कविताओं और तरल सम्वेदनाओं के बावजूद नहीं पकड़ पाए वो रंग जिसमें डूब एक अबोध बालक बिल्ली के…
जब प्रेम का इज़हार करेंगे हम हमारी कोई भी महान उपलब्धि काम नहीं आएगी काम आएगा सिर्फ़ स्त्री के क़दमों…