तीन ही तो शौक़ हैं मेरे... शाम की चाय, शायरी और तुम....! ☕😊 😊☕
बढ़ रही हैं तुमसे दूरियाँ... आ बैठ गलत फमहियाँ मिटाते हैं...
मेरे ख्वाबों की तबियत ख़राब है...💕 क्या मुझे दो घूँट नींद मिलेगी...💕😒
कीमत दोनों की चुकानी पड़ती है, बोलने की भी और चुप रहने की भी.!!
कुछ एहसास बस...नामुमकिन है लिखकर या बताकर जाहिर करना... जैसे तुमसे मेरी पहली मुलाक़ात 😍
जिस चीज की जरूरत नहीं है वो खरीदोगे तो जो जरूरी है वो बेचना पड़ेगा :- चाणक्य 🙏🙏🙏
आज का ज्ञान मदद माँगने पर नहीं मिलती यहाँ और सलाह बिना माँगे दे जाते हैं लोग
हर एक शख्स ने संजो रखा है अतीत अपना ना जाने क्यों गम के बदले खुशियाँ गिरवी रख छोड़ी हैं।
लोग जब पूछते है कि... आप क्या काम करते है..??? असल में वो हिसाब लगाते है कि... . . .…