रख लो आईने हज़ार तसल्ली के लिए……!! पर सच के लिए तो,आँखें ही मिलानी प़डेगी….!!!
” बुरा ” हमेशा वही बनता है, जो ” अच्छा ” बनके टूट चूका होता है !
“मतलब” बहुत वजनदार होता है …! . . . निकल जाने के बाद हर रिश्ते को हल्का कर देता है…
दुआएँ मिल जायें... सब की बस यही काफी है... दवाएँ तो ..... कीमत अदा करने पर... मिल ही जाती हैं....
कीमत दोनों की चुकानी पड़ती है, बोलने की भी और चुप रहने की भी.!!
आज का ज्ञान कृष्ण पक्ष या शुक्ल पक्ष में जन्मे ब्यक्ति को तो आप समझा सकते हैं मगर विपक्ष में…
बड़े अनमोल हे ये खून के रिश्ते इनको तू बेकार न कर मेरा हिस्सा भी तू ले ले मेरे भाई…
जिस चीज की जरूरत नहीं है वो खरीदोगे तो जो जरूरी है वो बेचना पड़ेगा :- चाणक्य 🙏🙏🙏
आज का ज्ञान मदद माँगने पर नहीं मिलती यहाँ और सलाह बिना माँगे दे जाते हैं लोग
जब भी किसी गरीब को हँसते हुए देखे तो समझ लेना चाहिये कि खुशियों का ताल्लुक दौलत से नहीं है