हसरत पूरी ना हों तो ना सही . . . ख्वाहिश करना कोई गुनाह तो नहीं….!!
मिलता तो बहुत कुछ है इस ज़िन्दगी में…. बस हम गिनती उसी की करते है, जो हासिल ना हो सका….
बाहर जाकर सेल्फी लेना मजबूरी हो गया है खुश दिखना, खुश रहने से जरूरी हो गया है,
मेरी ख़ूबीयो पर तो….. यहाँ सब खामोश रहते हैं .. चर्चा मेरे बुराई पे हो तो… गूँगे भी बोल पड़ते…
कल एक डिजिटल शादी में गई,, स्टेज पे लिफाफा दिया, तब मोबाइल पे एक OTP आया वो OTP भोजन काउंटर…
वाकई पत्थर दिल ही होते हैं शायर…!! वर्ना अपनी आह पर वाह सुनना कोई मज़ाक नहीं…!!
नज़रिया बदल के देख, हर तरफ नज़राने मिलेंगे ऐ ज़िन्दगी यहाँ तेरी तकलीफों के भी दीवाने मिलेंगे .