जिंदगी

गोरे सूरज ने

फूल जैसे मख़मली तलवों में छाले कर दिए, गोरे सूरज ने हज़ारों जिस्म काले कर दिए। ~राहत इंदौरी

5 years ago

मैं ख़ुद से रूठ गया हूँ उसे मनाते हुए

घुटन सी होने लगी उस के पास जाते हुए मैं ख़ुद से रूठ गया हूँ उसे मनाते हुए ~अज़हर इक़बाल

5 years ago

कब तक मुझे अपने कन्धों पर सोने दोगी!

मैंने "माँ " के कंधे पर सर रख कर पूछा - “माँ ” कब तक मुझे अपने कन्धों पर सोने…

6 years ago

चाय ठंडी होती गई

बैठे चाय की प्याली लेकर पुराने किस्से याद करने… चाय ठंडी होती गई और किस्से गरम होते गये !!

6 years ago

हिम्मत मत हारना

अभिमन्यु की एक बात बहुत हिम्मत देती हैं, हिम्मत से हारना पर हिम्मत मत हारना |

6 years ago

बेकार उलझाया ना करे

चुभते हुए ख्वाबों से कह दो .. अब आया ना करे.. हम तन्हा तसल्ली से रहते है…. बेकार उलझाया ना…

6 years ago

रिश्तों से भरोसा

नजाकत तो देखिये, की सूखे पत्ते ने डाली से कहा .. . . . चुपके से अलग करना वरना लोगो…

6 years ago

कितनी ऊँचाई पर खुदा रहता है

लौट आती है हर बार मेरी दुआ खाली, जाने कितनी ऊँचाई पर खुदा रहता है।

6 years ago

कुछ लोग प्यार से पेश आ रहे हैं…

नए जख्म के लिए तैयार हो जा ए दिल! कुछ लोग प्यार से पेश आ रहे हैं…!!

6 years ago

मुझसे जो भी नफरत करते है सुकून से करे

मुझसे जो भी नफरत करते है सुकून से करे . . . मैं भी हर शख्स को मोहब्बत के काबिल…

6 years ago