दिल खुद ढूंढ लेता है तेरी बेरुखी के बहाने। तुम्हे अपनी सफाई में कुछ कहने की जरूरत नही।।
राज्यसभा सी है के मेरी ख्वाहिशें... स्थागित ही होती रहती हैं।😊
नहीं मांगता ऐ खुदा कि, जिंदगी सौ साल की दे ! दे भले चंद लम्हों की, लेकिन कमाल की दे…
“हाथ छूटे भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते ….. वक़्त की शाख़ से लम्हें नहीं तोड़ा करते”
जिंदगी भी तवायफ की तरह होती है, कभी मज़बूरी में नाचती है कभी मशहूरी में ।